डेंगू और बुखार को लेकर अलर्ट, डॉक्टरों को किया गया प्रशिक्षित
डेंगू और बुखार को लेकर अलर्ट, डॉक्टरों को किया गया प्रशिक्षित
मेरठ, 07 सितम्बर (हि.स.)। इस समय कोरोना की बजाय डेंगू का डंक लोगों को सता रहा है। मेरठ जनपद में डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस, मलेरिया और वायरल बुखार की चपेट में लोग आ रहे हैं। लोगों को इन बीमारियों से बचाने के लिए डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। लोगों को भी सावधानी बरतने को जागरूक किया जा रहा है।
कोरोना का प्रकोप कुछ कम होते ही डेंगू और वायरल बुखार ने लोगों को बीमार करना शुरू कर दिया है। डेंगू के केस मेरठ में लगातार मिल रहे हैं। तीन दिन से अधिक बुखार, सर्दी और खांसी होने पर लोगों को कोरोना संक्रमण का भी डर ता रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि अगर ठंड लगकर बुखार आ रहा हो तो मलेरिया या डेंगू के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में लोगों को फोन जांच करानी चाहिए।
मेडिकल में डॉक्टरों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
जनपद के सरकारी अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को मेडिकल कॉलेज में डेंगू और अन्य बीमारियों से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को आयोजित वर्कशॉप में प्रांतीय चिकित्सा संवर्ग के चिकित्साकों को प्रशिक्षण दिया गया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि डेंगू और अन्य संक्रामक बीमारियों में बरती जाने वाली सावधानियों और इलाज की ट्रेनिंग दी गई। इनमें 12 सामुदायिक और 35 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टरों को बुलाया गया।
चूहे-गिलहरी से बचाव जरूरी
चिकित्सकों का कहना है कि आगराऔर फिरोजाबाद में ज्यादा मौतों से चिकित्सा विज्ञानी हैरत में है। वहां कई बच्चों में स्क्रब टाइफस और अन्य बीमारी की आशंका बनी हुई है। डॉक्टरों को इन बीमारियों के लक्षणों एवं जांच में अंतर करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मच्छरों के लार्वा की हो रही खोज
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर कूलर, कमले और अन्य पात्रों में जमा पानी की जांच कर रही है। जांच में घरों में मच्छरों का लार्वा मिल रहा है। जिला मलेरिया विभाग और नगर निगम की टीमों ने मोहल्लों में जांच शुरू कर दी है। लार्वा मिलने पर उस पानी को नष्ट कराया जा रहा है।