श्रावणी पूर्णिमा : बाबा विश्वनाथ के पंचबदन रजत प्रतिमा का पूजन अर्चन
श्रावणी पूर्णिमा : बाबा विश्वनाथ के पंचबदन रजत प्रतिमा का पूजन अर्चन
वाराणसी, 23 अगस्त (हि.स.)। श्रावणी पूर्णिमा पर रविवार की शाम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में काशीपुराधिपति के झूलनोत्सव की लोक परंपरा का निर्वाह किया गया। टेढ़ीनीम स्थित मंदिर के पूर्व महंत डा. कुलपति तिवारी के आवास पर बाबा विश्वनाथ के पंचबदन रजत प्रतिमा का विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन अर्चन किया गया।
मंदिर में सप्तर्षि आरती की पूर्णता का संकेत मिलते ही टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास से बाबा की पंचबदन प्रतिमा विश्वनाथ मंदिर ले जाने की तैयारी शुरू हो गई। महंत परिवार के सदस्यों ने बाबा के रजत विग्रह को सिंहासन पर विराजमान कराया । इसके बाद महंत डा. कुलपति तिवारी ने बाबा की आरती उतारी और फिर विग्रह को श्वेत वस्त्र से ढंक दिया। बाबा के सिंहासन को पालकी का स्वरूप देकर प्रतिमा को विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में लाया गया।
बाबा की पंचबदन चल प्रतिमा को झूले पर विराजमान कराने के बाद महंत डा. कुलपति तिवारी ने दीक्षित मंत्र से गर्भगृह में बाबा की चल प्रतिमा का पूजन किया। झूले का बंधन हिला कर महंत ने बाबा को झूला झुलाया। इसके उपरांत सप्तर्षि आरती के अर्चकों ने बाबा को सपरिवार झूला झुलाया। दरबार में बाबा का झूला श्रृंगार देखने क लिए श्रद्धालु कोविड प्रोटोकाल का पालन कर दर्शन पूजन के लिए लालायित रहे।