हरतालिका तीज को लेकर महिलाओं में उत्साह, पूरे दिन व्रत की तैयारियों में बीता
हरतालिका तीज को लेकर महिलाओं में उत्साह, पूरे दिन व्रत की तैयारियों में बीता
वाराणसी, 09 सितम्बर (हि.स.)। काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी में अखंड सुहाग के प्रतीक पर्व हरतालिका तीज को लेकर महिलाओं में जबरदस्त उत्साह है। बुधवार को सुहागिन महिलाएं व्रत की तैयारियों में पूरे दिन जुटी रही। फल और पूजन सामग्री के साथ नये वस्त्र,चूड़ियों आदि के खरीदारी के साथ घरों में महावर रचाने में भी लगी रही। पर्व पर ब्यूटी पार्लरों में भी महिलाओं की भीड़ बारिश के बावजूद आती जाती रही।
भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरतालिका तीज की शुरूआत श्रद्धालु महिलाएं करती है। तृतीया तिथि बुधवार को देर रात 2 बजकर 33 मिनट पर लग रहा हैं । ऐसे में व्रत उदया तिथि में 09 सितंबर गुरूवार को रखा जाएगा। महिलाएं अखंड सुहाग के लिए निर्जला और निराहार रखेंगी। पहली बार व्रत रहने वाली नव विवाहित महिलाओं और कुंवारी कन्याओं में भी इसको लेकर उत्साह है। हरतालिका तीज पर महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करेंगी। हरितालिका तीज व्रत का संकल्प लेने वाली महिलाएं भोर में सरपुतिया निगल या फेनी खाती है। यानी व्रत के अगले दिन ताजी जलेबी और दही सेवन कर महिलाएं पारण करती हैं।
आचार्य मनोज उपाध्याय बताते है इस व्रत को रखने से सुहाग की लंबी उम्र की कामना पूरी होती है। परिवार का कल्याण होता है। इस बार हरतालिका तीज पर खास रवि योग बन रहा है। लगभग 14 साल बाद ये संयोग बन रहा है। सनातन धर्म में इस योग को बेहद शुभ माना जाता है। इस योग में पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। सर्वप्रथम ये व्रत जगदम्बा पार्वती ने रखा था। इस व्रत से भगवान शिव-मां पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है। व्रत में मातारानी पार्वती ने अन्न-जल त्याग दिया था इसलिए इस व्रत को करने वाली महिलाएं अन्न जल ग्रहण नहीं करती।