अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवसः हालिया गणना के अनुसार काजीरंगा में कुल 121 बाघ
काजीरंगा, 29 जुलाई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है। वर्ष 2010 से बाघ संरक्षण के उद्देश्य से हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। इस कड़ी में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों ने वर्ष 2020 में की गई जनगणना के दौरान काजीरंगा में 121 बाघ हाेने की बात कही थी। वर्ष 2018 में अखिल भारतीय स्तर हुई जनगणना के अनुसार राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने अनुमान लगाया था कि काजीरंगा बाघ परियोजना क्षेत्र में 135 से 141 बाघ थे।
यह खुलासा काजीरंगा नेशनल पार्क के अनुसंधान अधिकारी रवीन्द्र नाथ शर्मा ने किया है, जो पिछले 23 वर्षों से काजीरंगा नेशनल पार्क में विभिन्न वन्यजीवों के साथ-साथ रॉयल बंगाल टाइगर पर शोध कर रहे हैं। शोध अधिकारी ने कहा कि कैमरों के जरिए काजीरंगा नेशनल पार्क में पहले बाघों की गणना नहीं कराई गई थी। बाघों की गणना सबसे पहले वर्ष 2000 में काजीरंगा नेशनल पार्क में कराई गई थी। बाघ के धड़ को देखकर बाघ की गणना कराई गई।
वर्ष 2000 में पहली गणना कराते समय 72 बाघ पाए गए थे लेकिन वह संख्या इतनी विश्वसनीय नहीं थी। यही वजह है कि बारी-बारी से कैमरा टैपिंग के जरिए बाघों की गणना पर विचार किया गया। कैमरा टैपिंग के कारण पूर्वोत्तर में पहली बार 2009 में बाघों की गणना की गई थी। काजीरंगा नेशनल पार्क और अरण्यक नामक एक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से काजीरंगा टाइगर प्रोजेक्ट क्षेत्र के 70 फीसदी हिस्से में ट्रेल मास्टर कैमरों से गिनती कराई गई।
इसके बाद 2014 के बाद से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों ने कैमरा टैपिंग के माध्यम से अपने दम पर बाघों की गणना करना शुरू कर दिया। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान प्राधिकरण ने शुरू में जनगणना के दौरान चार वर्ग किलोमीटर में एक-एक कैमरे का उपयोग करते हुए जनगणना का आयोजन किया। लेकिन बाद में दो वर्ग किलोमीटर में एक-एक कैमरे का उपयोग करके बाघों की गणना की गई। अधिकारी ने कहा कि काजीरंगा टाइगर प्रोजेक्ट एरिया में हर साल बाघों की संख्या बढ़ी है लेकिन वृद्धि की संख्या सीमित है।
काजीरंगा बाघ प्रकल्प क्षेत्र में प्रति 17 से 18 वर्ग किमी में एक बाघ है। काजीरंगा में बाघों की संख्या में वृद्धि कम पाई गई है क्योंकि बाघ प्रकल्प क्षेत्र में बाघों का घनत्व अधिक होने के कारण बाघों ने काजीरंगा से पलायन कर दूसरे क्षेत्रों को आवास के रूप में चुना है। अधिकारी ने कहा कि बाघों द्वारा नया आवास बनाना एक अच्छा संकेत है। इस बीच वर्ष 2020 में काजीरंगा नेशनल पार्क के अधिकारियों द्वारा अपने दम पर आयोजित गिनती में 121 बाघ पाए गए। इनमें 104 वयस्क और 17 बच्चे शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि इस साल बाघों की गणना पहले ही पूरी हो चुकी है लेकिन नतीजों में कुछ समय लगेगा। गौरतलब है कि काजीरंगा नेशनल पार्क को वर्ष 2007 में काजीरंगा टाइगर प्रोजेक्ट घोषित किया गया था।