इतिहास के पन्नों में: 01 अगस्त
इतिहास के पन्नों में: 01 अगस्त
लोकमान्य का निधनः बंबई में 01 अगस्त 1920 को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का निधन हो गया। श्रद्धांजलि देते हुए महात्मा गांधी ने उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता और जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें भारतीय क्रांति का जनक बताया। देश की स्वतंत्रता को जीवन का ध्येय मानने वाले लोकमान्य तिलक का दिया गया नारा काफी लोकप्रिय हुआ- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा।
साल 1857 भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रस्थान बिंदु है, उसी साल 23 जुलाई को महाराष्ट्र स्थित रत्नागिरी जिले के एक गांव चिखली में बाल गंगाधर तिलक का जन्म हुआ। वे महान राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, अधिवक्ता और शिक्षक थे। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के वे पहले नेता थे जो लोगों के बीच लोकप्रिय हुए। एक समय लाल-बाल और पाल की त्रिमूर्ति के रूप में मशहूर लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, विपिनचंद्र पाल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के गरम राष्ट्रवादी विचारों के प्रतीक बने।
तिलक ने सबसे पहले ब्रिटिश राज के दौरान पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। जनजागृति के लिए उन्होंने महाराष्ट्र में गणेश उत्सव और शिवाजी उत्सव सप्ताह भर मनाना प्रारंभ किया। वर्ष 1909 में लोकमान्य तिलक ने क्रांतिकारी खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चारी के बम हमले का समर्थन किया, जिसके कारण ब्रिटिश सरकार ने उन्हें बर्मा (अब म्यांमार) स्थित मांडले की जेल में भेज दिया।
उन्होंने अंग्रेजी में मराठा दर्पण और मराठी में केसरी नाम से दो समाचार पत्रों की शुरुआत की। केसरी में प्रकाशित हुए लेखों की वजह से तिलक को कई बार जेल जाना पड़ा। तिलक ने ‘देश का दुर्भाग्य’ शीर्षक से लिखे गए लेख में ब्रिटिश सरकार की नीतियों का कड़ा विरोध किया था, जिसके बाद उन्हें राजद्रोह के अभियोग में 27 जुलाई 1897 को गिरफ्तार किया गया और छह वर्ष के कठोर कारावास में बर्मा की जेल में रखा गया।
इसके बावजूद तिलक अपने राष्ट्रवादी विचारों से जरा भी नहीं डिगे। वर्ष 1916 में उन्होंने एनी बेसेंट के साथ मिलकर होम रूल लीग की स्थापना की और आंदोलन चलाया। इससे तिलक को काफी प्रसिद्धि मिली और लोकमान्य की उपाधि मिली। उन्होंने नागरी प्रचारिणी सभा के वार्षिक सम्मेलन में भारत के लिए समान लिपि के तौर पर देवनागरी की वकालत की और कहा कि देवनागरी को समस्त भारतीय भाषाओं के लिए स्वीकार किया जाना चाहिये। उन्होंने कई पुस्तकें भी लिखी जिन्हें काफी पसंद किया गया। विशेषकर मांडले जेल में लिखी गयी उनकी गीता रहस्य सर्वोत्कृष्ट है, जिसका कई भाषाओं में अनुवाद प्रकाशित हुआ।
अन्य अहम घटनाएं:
1883: ब्रिटेन में अंतर्देशीय डाक सेवा की शुरुआत।
1914: प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत।
1820: महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया।
1932: मशहूर फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी का जन्म।
1957: नेशनल बुक ट्रस्ट की स्थापना।
1960: कराची की जगह इस्लामाबाद को पाकिस्तान की राजधानी बनाया गया।
2007: वियतनाम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में भारतीय दल के छह सदस्यों ने तीन रजत पदक जीते।